सामयिक अतुकांत : ‘वाल्मीकि के बेटी’

हाथरस-बूलगड़ी गांव म
घोर कुलयुग
एक नारी
चार-चार अत्याचारी
नियाव के चिहूर
नइ सुनिन कोनो
मरगे दुखियारी
शासन के दबका म
कुल-कुटुम
अउ प्रशासन तो 
भैरा-कोंदा-लुलवा
भइगे अब जांच-फांच
हे! सतयुगी
फटही का?
अभिच्चे फटय,
राम के धरती ताए।
हां!
फेर सीता नोहय,
‘वाल्मीकि’ के बेटी आए।

-  जयंत साहू , डूण्डा-रायपुर छ.ग. 492015
मो- 9826753304

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मया आसिस के अगोरा... । जोहार पहुना।

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